” लिंग पर खुजली “
ध्यानाकर्षण विषय स्त्री या पुरुष की मूलभूत आवश्यकताओं में से है।
विशेष प्रकार की खुजली लिंग पर, कम उम्र से ही प्रारंभ हो जाती है, मुख्य कारण चित्रों या चल चित्रों का आकर्षक गिरोह ‘आंख, दिल और दिमाग’ पर गहरा असर डालते हुए, घेरने में कामयाब हो जाता है।
निश्चित समय से पहले या बाद में पथ भ्रष्ट हो जाना, चिंता का विषय बनते हुए, इसको मिटाने के लिए स्वत: की सोच से किए गए, कई उपाय बेहद गंभीर स्थिति पैदा कर देते हैं।
हम सब देख व सुन ही रहे हैं कि समाज में हृदय को विचलित करने वाली घटनाएं बढ़ती ही जा रही हैं।
बहुत ही नाजुक विषय, जिसको शर्म के कारण परिवार या अन्य से साझा करके उस पर चर्चा नहीं कर पाते हैं।
इस स्थिति को असामान्य कहा जा सकता है, स्थिति असामान्य होने में परिवार और समाज का भी बहुत बड़ा हाथ है।
विषय दिल दिमाग का खेल, उसमें आंखों का सहयोग है, इन से उत्पन्न भावनाओं को नियंत्रित करना आसान कार्य नहीं।
नियंत्रण न कर पाने से लिंग पर खुजली होना स्वाभाविक है। मिटाने के लिए कई प्रकार के उपाय ढूंढे जाते हैं।
कुछ उन निर्धारित जगहों पर जाते है, जहां स्वीकृति मिली हुई है।
समाज के कई हिस्सों में ऐसी जगहों को स्वीकृति नहीं मिली है, अब खुजली वाले लोग क्या करें।
इनमें से कुछ समझदार लोग हाथों का प्रयोग करते हैं। कुछ लोग बिना कुछ सोचे समझे, एक पल आनंद के लिए, ज्यादा ही अनुचित कार्य कर देते हैं, जो बहुत ही निंदनीय है।
कितने ही परिवारों का बजूद समाप्त हो चुका है, समाज में भय व्याप्त है।
सभी अनुचित कार्यों के द्वारा खुजली मिटाना, शरीर के कई हिस्सों में बहुत गहरा असर डालता है।
वैवाहिक जीवन में कई जोड़े, अपने साथी को खुजली मिटाने का सही आनंद नहीं दे पाते, जिनके वे हकदार हैं, समय से पहले ही जोश खत्म।
कारण मन अप्रसन्न का बना।अब खुजली कैसे मिटाए। कई जोड़े संतान प्राप्ति में सफल नहीं होते, कोशिशों के बाद भी निसंतान रहते हैं।
वैवाहिक जीवन को सुख मय बनाने के लिए, इसका उद्देश्य प्रारंभ से ही मन में होना चाहिए।
परिवार में हम सबको मिलकर, एक दूसरे के भावों को समझना होगा, अनुभवों के द्वारा, खुजली की प्रारंभिक अवस्था से लेकर हल होने तक उपाय सुझाना होगा।
जैसा खाओगे अन्न, वैसा बनेगा मन, उस पर ध्यान देना होगा। खुजली मिटाने का उद्देश्य समझाना होगा।
सभी समझदार हैं, मन की इन्द्रियों को वश में करने का प्रयास करने के उपाय करें। अवश्य ही सफलता प्राप्त होगी।
जब खुजली लिंग पर सताए, दिल- दिमाग काम ना आए,
कर मन, अपनों से बातें चार, बुद्धिमता ही काम आवे।
